One can discover the godhead that is within him . It is easy to scoff at this . But here is a man giving expression to his earnest longing to realise the godhead himself . ” जिस दूसरे महान आदर्श की तरफ उन्होंने संकेत किया है , वह उनके मन का विश्वास है कि ईश्वर को देख पाना संभव है , वास्तविक रूप में नहीं , बल्कि हिंदू धर्म के अनुसार ईश्वर को अपने मानस में देखकर मनुष्य अपने भीतर के ईश्वरत्व को पा सकता है .
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One can discover the godhead that is within him . It is easy to scoff at this . But here is a man giving expression to his earnest longing to realise the godhead himself . ” जिस दूसरे महान आदर्श की तरफ उन्होंने संकेत किया है , वह उनके मन का विश्वास है कि ईश्वर को देख पाना संभव है , वास्तविक रूप में नहीं , बल्कि हिंदू धर्म के अनुसार ईश्वर को अपने मानस में देखकर मनुष्य अपने भीतर के ईश्वरत्व को पा सकता है .